घुन्ना बवाल में शामिल वालिया सहित करीब 10 आरोपितों को तो जेल भेजा

सहारनपुर।  बेहट रोड पर बाबा आंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने के विरोध में गांव घुन्ना व नाजिरपुरा में बवाल हो गया था। ग्रामीणों ने कई घंटों तक सड़क पर जाम लगा कर सिस्टम को चुनौती दी थी। बाद में पुलिस ने 104 को नामजद करते हुए 700 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इसमें पुलिस ने भीम आर्मी के राष्ट्रीय सचिव सहित करीब दस को जेल भेज दिया था। यह सभी गांव घुन्ना बवाल में थे, लेकिन गांव नाजिरपुरा में जाम लगा कर हंगामा करने वाले किसी को भी पुलिस ने अब तक नहीं पकड़ा है।


बीती 10 सितंबर को गांव घुन्ना में बाबा साहब की प्रतिमा तोड़े जाने की के बाद बवाल हो गया था। ग्रामीणों ने नाजिरपुरा व घुन्ना दोनों ही गांव में जाम लगाकर घंटों बवाल किया था। घुन्ना में तो सिद्ध पीठ शाकंभरी देवी दर्शनों को जा रहे, लोगों पर पथराव तक किया गया था। इसमें पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए थे। बवाल के बाद जब पुलिस एक्शन में आई तो इंस्पेक्टर कोतवाली देहात मुनेंद्र सिंह की तहरीर पर गांव घुन्ना में हुए पथराव, बलवा व जाम आदि के मामले में मुख्य आरोपित के रूप में पहले मुकदमे के वादी नरेश व भीमआर्मी के राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया सहित 77 को नामजद कर दिया था, इतना ही नहीं 400 अज्ञात को भी आरोपित बनाया था। दूसरा मुकदमा एसओ जनकपुरी जितेंद्र कुमार की तहरीर पर लिखा गया है। इस मुकदमे में भी कमल वालिया सहित 27 को नामजद व 200 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट लिखी गई थी। कोतवाली देहात पुलिस ने एक-एक कर घुन्ना बवाल में शामिल वालिया सहित करीब 10 आरोपितों को तो जेल भेज दिया लेकिन नाजिरपुरा मामले में अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी होगी, ताकि जेल जाने के बाद कोई जल्दी छूट न सके।