नई दिल्ली। ईरान मगलवार का जनरल कासिम सलमाना जनाजे में 11 लाख लोग जुटे। ईरान सरकारी न्यूज चैनल के मुताबिक सुलेमानी के गृह राज्य केरमान में सुपुर्दे खाक से पहले ही भगदड़ मच गई। इसमें 36 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं 49 गंभीर रूप से घायल हुए। ईरान की स्थानीय मीडिया इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज के प्रमुख पीर हुसैन कुलीवंद हवाले से बताया कि भगदड़ में कई लोग मारे गए हैं। हालांकि उन्होंने मृतकों आंकड़ा नहीं दिया। बताया गया है कि भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग मेट्रो स्टेशन से बाहर तक नहीं निकल पा रहे थेजनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करने पर अमेरिका की सभी सेनाओं को आतंकी घोषित कर दिया।
इसके बाद अब ईरान अपने क्षेत्र के आसपास मौजूद अमरिका सेना पर कार्रवाई कर सकता है। ईरानी संसद के मुताबिक अब पश्चिमी एशिया में इन सेनाओं की किसी भी तरह की मदद (खुफिया, तकनीकी व वित्तीय) को आतंक का सहयोग करार दिया जाएगा। रूहानी ने यह भी कहा जो लोग बार-बार 52 नंबर याद दिलाते हैं उन्हें 290 नंबर भी याद रखना चाहिएकिसी को भी अमेरिका को धमकी नहीं देनी चाहिए। सुलेमानी को अमेरिका ने बगदाद एयरपोर्ट पर ड्रोन हमले में मार गिराया था। दरअसल 1979 में ईरानी प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास पर हमला कर 52 राजनयिकों को बंदी बना लिया था। उन्हें 444 दिन तक जेलों में रखा गया था। ट्रम्प ने हाल ही में इसका जिक्र करते हुए ईरान के 52 ठिकानों को निशाना बनाए जाने का जिक्र किया था।
अमेरिकी वॉरशिप ने 1988 में ईरान एयरलाइंस के नागरिक विमान को निशाना बनाया था। इसमें 290 लोगों की मौत हुई थी। रूहानी ने अमेरिका की खिलाफत के लिए ट्वीट में जिस 290 नंबर का जिक्र किया। वो इसी घटना से जुड़ा है। कुद्स सेना के नए जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि शहीद होने के बाद जनरल कासिम सुलेमानी और ज्यादा ताकतवर हुए हैं। दुश्मन ने उन्हें अन्यायपूर्ण तरीके से माराआज ही सुलेमानी को सुपुर्दे खाक भी किया जाना है। उनके जनाजे में लाखों की संख्या में लोग जुटे। इस पर ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कई ट्वीट किए।