झूठे मुकदमों के विरोध में भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन

सहारनपुर। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया, मंजित सिंह नोटियाल व शिवम खेवरिया पर दर्ज किए गए झूठे मुकदमों को वापस लिए जाने की मांग करते हुए आज प्रदर्शन कर धरना दिया और इस संबंध में जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया आज भीम आर्मी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मण्डल अध्यक्ष दीपक बौद्ध व श्रीमती कान्ति देवी की अगुवाई में हकीकत नगर के रामलीला मैदान पर प्रदर्शन कर धरना दिया। भीम आर्मी के कमल वालिया, मंजित नोटियाल, शिवम खेविरया के ऊपर दर्ज झूठे मुकदमों में जेल भेजे जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका संगठन निरूशुल्क पाठशालाएं, प्याऊ, रक्तदान शिविर आदि कार्यक्रम चलाकर दलित, पिछड़ों, आदिवासियों की समस्याओं का निस्तारण कर उन्हें सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक उत्थान करने में लगा है, लेकिन जान बूझकर भीम आर्मी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजपा आरएसएस के इशारे पर संगठन के पदाधिकारियों को जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन टारगेट पर रखता है और द्वेष भावना के चलते उनके विरूद्ध दमनकारी की जा रही है। आज पूरा देश गंभीर हालात से गुजर रहा है और मौजूदा सरकार की नीतियों के विरोध में यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कानून संविधान की मूल भावना के विपरीत केन्द्र सरकार द्वारा कार्य किए जा रहे है और हिन्दू मुस्लिमों के बीच धर्म के आधार पर भेदभाव का मामला चल रहा स्वतंत्र अलमाहै, जो अत्याधिक निंदनीय है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा कि सीएए विरोध करने पर भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर पर दिल्ली पुलिस द्वारा झूठे मुकदमें लगाए गए और इसी प्रकार जिले भी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया, मंजित नोटियाल, शिवम खेवरिया परभी झूठे मुकदमें दर्ज कराये गये है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि झूठे मुकदमों को वापिस लिया जाये। फर्जी मुकदमों की जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये, सीएए व एनआरसी कानून के विरोध में प्रदर्शन करने वाले युवाओं व महिलाओं के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमें वापिस लिए जाए। सीएए व एनआरसी कानून को तुरंत वापिस लिया जाये तथा भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को सरकारी सुरक्षा प्रदान की जाए। धरने पर बैठने वालो में दीपक बौद्ध, संजीव प्रधान, प्रशान्त कुमार, अनुज, कान्ति देवी, शौर्य अम्बेडकर, सरिता अम्बेडकर, सुधीर कुमार, उर्मिला, अर्जुन गौतम, अनिल, विनोद कुमार, दीपक बौद्ध, प्रवीन कुमार, रोहित राज गौतम, सोनू गौतम, राहुल कुमार आदि शामिल रहे।