भारत की राष्ट्भाषा हिंदी देश में 'नेतागिरी' की भाषा, ट्रंप भी अपनाने को हुए मजबूर

 


अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। लेकिन भारत की जमीन पर उतरने से पहले ही हिंदी में ट्वीट कर देश का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि हम भारत आने के लिए उत्सुक हैं। हम रास्ते में हैं, कुछ ही घंटों में हम सब मिलेंगे।
 

वहीं ट्रंप यहीं नहीं रुके। मोटेरा स्टेडियम में लोगों को संबोधित करने के समय भी उन्होंने कहा कि वे इस देश के लोगों से मिलने के लिए 8000 मील का चक्कर लगाकर आये हैं।


कुछ ही पलों में ट्रंप के ये ट्वीट सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गए। हिंदी के विद्वान भी ट्रंप के हिंदी ट्वीट को लेकर बहुत उत्साहित हैं। उनका मानना है कि इस तरह के प्रतीकों से हिंदी जीतती है और उसका प्रभाव बढ़ता है। 

 

हिंदी के प्रसिद्ध व्यंगकार आलोक पुराणिक ने ट्रंप के ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हिंदी हिंदुस्तान में नेतागिरी की भाषा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हों या विदेश के नेता ट्रंप हों, अगर किसी नेता को हिंदुस्तान के दिल को छूना है तो उसे हिंदी तक पहुंचना ही पड़ेगा।


कुछ ही पलों में ट्रंप के ये ट्वीट सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गए। हिंदी के विद्वान भी ट्रंप के हिंदी ट्वीट को लेकर बहुत उत्साहित हैं। उनका मानना है कि इस तरह के प्रतीकों से हिंदी जीतती है और उसका प्रभाव बढ़ता है। 

 

हिंदी के प्रसिद्ध व्यंगकार आलोक पुराणिक ने ट्रंप के ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हिंदी हिंदुस्तान में नेतागिरी की भाषा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हों या विदेश के नेता ट्रंप हों, अगर किसी नेता को हिंदुस्तान के दिल को छूना है तो उसे हिंदी तक पहुंचना ही पड़ेगा।